बैटरी या बिजली भूल जाइये, आपका कपड़ा चलाएगा छोटे-मोटे उपकरण

बैटरी या बिजली भूल जाइये, आपका कपड़ा चलाएगा छोटे-मोटे उपकरण

सेहतराग टीम

वैज्ञानिक लगातार ऐसे अनुसंधान करने में जुटे हुए हैं जिससे हमारी जिंदगी बेहतर बने। बेहद छोटे आकार की बैटरी ने उपकरणों का आकार छोटा करने में बहुत मदद की है मगर भव‍िष्‍य में शरीर पर पहने जाने वाले छोटे उपकरणों जैसे कि एक्‍टीविटी ट्रैकर आदि को चलाने में इन बैटरियों की भूमिका भी समाप्‍त हो सकती है।

दरअसल वैज्ञानिकों ने एक ऐसा कपड़ा तैयार किया है जो हमारे शरीर की गर्मी लेकर एक्टिविटी ट्रैकर्स जैसे पहने जा सकने वाले छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को ऊर्जा दे सकता है।

अमेरिका में मैसाच्युसेट्स एमहर्स्ट विश्वविद्यालय की तृषा एंड्रयू ने कहा कि पहने जा सकने वाले कई बायोसेंसर, डेटा ट्रांसमिटर और ऐसे ही उपकरणों को स्वास्थ्य की निगरानी करने के लिए रचनात्मक तौर पर लघु रूप में बनाया गया। 

उन्होंने कहा कि हालांकि इन्हें काफी ऊर्जा की जरुरत होती है और ऊर्जा देने या चार्ज करने वाले यंत्र भारी हो सकते हैं।

पत्रिका एडवांस्ड मैटिरियल्स टेक्नोलॉजीज़ में प्रकाशित इस अध्ययन में बताया गया है कि शरीर के ताप और एम्बियंट कूलर एयर के बीच अंतर का फायदा उठाकर शरीर की गर्मी से ऊर्जा पैदा हो सकती है। 

शोधकर्ताओं ने बताया कि कुछ अध्ययनों में पता चला कि आठ घंटे तक काम करने वाले किसी मनुष्य के शरीर से थोड़ी सी ऊर्जा ली जा सकती है लेकिन इसके लिए आवश्यक विशेष वस्तु या तो बहुत महंगी, जहरीली है या उतनी प्रभावकारी नहीं हैं।

एंड्रयू ने कहा, ‘इस तरीके से हमने सस्ता वाष्पीकृत प्रिंट वाला जैव अनुकूल, लचीला और हल्की पॉलीमर फिल्म वाला सूती कपड़ा बनाया जिसमें पर्याप्त ताप विद्युत विशेषताएं होंगी। यह कपड़ा किसी छोटे उपकरण को ऊर्जा देने के लिए पर्याप्त होगा।’ 

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।